पशुपालन निदेशालय के अधिकारियों की मानें तो बीत दो-तीन दिनों पहले मरे कौवों का सैंपल लेकर कोलकाता टीम गयी थी. वहां प्रारंभिक जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद ठीक से जांच के लिए सैंपल को भोपाल भेजा गया था, लेकिन कोरोना के कारण सैंपल को लेकर गयी टीम वही फंस गयी है. ऐसे में फिलहाल मरे पक्षियों को मिट्टी में दबा कर मामला निष्पादन किया जा रहा है.
पटना जिले में तीन दर्जन मामले
अकेले पटना में मार्च महीने में तीन दर्जन से अधिक कौवा, चमगादड़ मरने की सूचना है. बीते दिनों पटना के आकाशवाणी, पुनाईचक, बोरिंग रोड, मिलर हाइ स्कूल, पटना उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय परिसर, सैदपुर हॉस्टल, बाजार समिति रोड, राजेंद्र नगर के अलावा संपतचक, पुनपुन, मनेर, पालीगंज से लेकर अन्य जगहों कौवा मरने की खबर आ चुकी है. फिलहाल अभी भी पक्षियों के मरने का सिलसिला समाप्त नहीं हो रहा है.गौरतलब है कि इससे पूर्व छह मार्च को कंकड़ बाग के लोहिया नगर से भेजे गये एक सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. मर रहे कौए, कोरोना वायरस के बीच बर्ड फ्लू फैलने की आशंका*
पटना : प्रदेश में कौओं के मरने का दौर जारी है. रविवार को भी पटना जिला सहित अन्य कई जगहों से कौओं के मरने का मामला सामने आया. सूचना के बाद पशुपालन निदेशालय की डाक्टरों व कर्मियों की टीम ने मौके पर पहुंच का मरे पक्षियों को हटाया गया. जगह को सैनिटाइज किया गया. इसके बाद मृत पक्षियों को लेकर टीम वापस लौट आयी. हालांकि, अब मरे पक्षियों में बर्ड फ्लू की जांच नहीं हो पा रही है.
पशुपालन निदेशालय के अधिकारियों की मानें तो बीत दो-तीन दिनों पहले मरे कौवों का सैंपल लेकर कोलकाता टीम गयी थी. वहां प्रारंभिक जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद ठीक से जांच के लिए सैंपल को भोपाल भेजा गया था, लेकिन कोरोना के कारण सैंपल को लेकर गयी टीम वही फंस गयी है. ऐसे में फिलहाल मरे पक्षियों को मिट्टी में दबा कर मामला निष्पादन किया जा रहा है.
पटना जिले में तीन दर्जन मामले
अकेले पटना में मार्च महीने में तीन दर्जन से अधिक कौवा, चमगादड़ मरने की सूचना है. बीते दिनों पटना के आकाशवाणी, पुनाईचक, बोरिंग रोड, मिलर हाइ स्कूल, पटना उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय परिसर, सैदपुर हॉस्टल, बाजार समिति रोड, राजेंद्र नगर के अलावा संपतचक, पुनपुन, मनेर, पालीगंज से लेकर अन्य जगहों कौवा मरने की खबर आ चुकी है. फिलहाल अभी भी पक्षियों के मरने का सिलसिला समाप्त नहीं हो रहा है.गौरतलब है कि इससे पूर्व छह मार्च को कंकड़ बाग के लोहिया नगर से भेजे गये एक सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.
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