आगरा: हनीमून से लौटे एक एक कपल में पति को कोरोना की पुष्टि हो गई. पत्नी को भी अहतियातन आइसोलेशन वार्ड में रखा गया. इसी दौरान बीच आगरा में एक ऐसा केस सामने आया है जिसने सबके होश उड़ा दिए हैं. आगरा की पहने वाली एक महिला इटली से हनीमून मनाकर बेंगलुरू लौटी थी. वहां उसके पति में कोरोना पॉजिटिव पाया गया. महिला को भी आइसोलेट किया गया लेकिन वह फ्लाइट से पहले दिल्ली पहुंची. फिर ट्रेन से आगरा आ गई. इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग के होश उड़े हुए हैं. महिला के पूरे रूट को ट्रेस किया जा रहा है.
महिला के पति का बेंगलुरू में इलाज किया जा रहा है. महिला को जब बेंगलुरु में आइसोलेट किया गया तो वह 8 मार्च को बेंगलुरु से दिल्ली और फिर आगरा अपने पैरंट्स के पास चली गई. इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी घर पहुंचे तो पता चला कि वह घर में 8 सदस्यों के साथ रह रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को आइसोलेट करने की बात कही तो सभी ने इनकार कर दिया. इसके बाद जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस को मौके पर बुलाया गया. इसके बाद परिवार तैयार हुआ.
आगरा के सीएमओ मुकेश कुमार वत्स के बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के घर पहुंची को उसके पिता ने झूठ बोल दिया कि महिला बेंगलुरू वापस चली गई है. उन्होंने बताया कि मजिस्ट्रेट के दखल के बाद महिला के घर जाया गया और सभी परिजनों को अस्पताल स्क्रीनिंग के लिए ले जाया गया. महिला को अब एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है.
फरवरी में हुई थी शादी
महिला की फरवरी में शादी हुई थी. यह जोड़ा इटली में हनीमून के लिए गए और वहां से ग्रीस और फ्रांस गया. 27 फरवरी को वे मुंबई आए और वहां से बेंगलुरु. 7 मार्च को उसके पति का कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव निकला जिसके बाद दोनों को आइसोलेट कर दिया गया. महिला ने यह बात अपने घरवालों को बताई तो उसके पिता ने उसे आगरा बुला लिया.
महिला के पति का बेंगलुरू में इलाज किया जा रहा है. महिला को जब बेंगलुरु में आइसोलेट किया गया तो वह 8 मार्च को बेंगलुरु से दिल्ली और फिर आगरा अपने पैरंट्स के पास चली गई. इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी घर पहुंचे तो पता चला कि वह घर में 8 सदस्यों के साथ रह रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को आइसोलेट करने की बात कही तो सभी ने इनकार कर दिया. इसके बाद जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस को मौके पर बुलाया गया. इसके बाद परिवार तैयार हुआ.
कोरोना से ग्रसित महिला स्वास्थ्य कर्मियों के सुरक्षा घेरे से भागकर बंगलोर से दिल्ली आई, फिर ट्रेन से आगरा गई. इस दौरान कितने लोगों को इंफ़ेक्शन दे दिया होगा.— Manish Sisodia (@msisodia) March 14, 2020
अगर ऐसे लोगों का ये रवैया होगा तो फिर डॉक्टर तो क्या भगवान भी नहीं बचा सकता. https://t.co/eHU6SCQV00
आगरा के सीएमओ मुकेश कुमार वत्स के बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के घर पहुंची को उसके पिता ने झूठ बोल दिया कि महिला बेंगलुरू वापस चली गई है. उन्होंने बताया कि मजिस्ट्रेट के दखल के बाद महिला के घर जाया गया और सभी परिजनों को अस्पताल स्क्रीनिंग के लिए ले जाया गया. महिला को अब एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है.
फरवरी में हुई थी शादी
महिला की फरवरी में शादी हुई थी. यह जोड़ा इटली में हनीमून के लिए गए और वहां से ग्रीस और फ्रांस गया. 27 फरवरी को वे मुंबई आए और वहां से बेंगलुरु. 7 मार्च को उसके पति का कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव निकला जिसके बाद दोनों को आइसोलेट कर दिया गया. महिला ने यह बात अपने घरवालों को बताई तो उसके पिता ने उसे आगरा बुला लिया.
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