चीन के वुहान से तांडव कर दुनियाभर में तबाही मचा देने वाला कोरोनावायरस (Corona Virus) भारत में पहुंच गया है. गुरुवार को इस माहामारी ने भारत में भी 680 से अधिक लोगों को को अपनी जद में ले लिया है. ये महामारी भारत में कम्युनिटी स्तर पर न फैले इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में 21 दिनों का लॉक डाउन (Lock Down) लगा दिया है. इस लॉकडाउन के दूसरे दिन जिस तरह से मोदी सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान किया है. इस राहत की घोषणा के बाद से ऐसी संभावनाएं दिखाई दे रहीं हैं कि यह लॉकडाउन 21 दिनों से आगे भी बढ़ सकता है. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉकडाउन के दौरान एक लाख 70 हजार करोड़ रूपये राहत पैकेज का ऐलान किया है.
चूंकि यह राहत पैकेज देशवासियों को अगले तीन महीनों के लिए दिया जा रहा है जिसे देखकर इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि यह लॉकडाउन 21 दिनों के बाद भी एक्सटेंड किया जा सकता है. वहीं गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के ऐलान के बाद देश के गरीबों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए गरीबों के लिए एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज की घोषणा की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों की मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए कैश ट्रांसफर भी किए जाएंगे. इसके अलावा कोरोना वारियर्स के लिए मेडिकल इंश्योरेंस उपलब्ध कराया जाएगा.
मोदी सरकार ने जनता के खोला खजाना
मनरेगा की मजदूरी को 182 से बढ़ाकर 202 रुपये करने का फैसला लिया है. इससे 5 करोड़ परिवालों को फायदा मिलेगा. गरीब बुजुर्गों को 1 हजार रुपये की मदद दी जाएगी. वित्त मंत्री ने कहा कि उज्जवला स्कीम में 3 महीने तक सिलेंडर फ्री दिया जाने का निर्णय लिया गया है. 3 महीने तक महिला जनधन अकाउंट में 500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. छोटे कारोबार के कर्मचारियों का प्रॉविडेंड फंड सरकार जमा कराएगी. केंद्र सरकार अगले 3 महीने तक ढा जमा कराएगी. ईपीएफ (एढा) में 12 फीसदी + 12 फीसदी रकम सरकार जमा करेगी.
21 दिनों से आगे भी बढ़ सकता है लॉकडाउन
देश में कोरोना महामारी के चलते जब पीएम नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने देशवासियों से दो से तीन सप्ताह का समय मांगा था इसके बाद एक दिन (रविवार) को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था लेकिन जब मंगलवार यानि कि 24 मार्च को जनता को संबोधित कर रहे थे तब अचानक से उन्होंने देश में 21 दिनों तक के लिए संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था. इसके मुताबिक अगले 14 अप्रैल जनता अपने घरों में बंद रहेगी सिर्फ बहुत ही जरूरी कार्यों के लिए लोगों को बाहर निकलना होगा.
पीएम मोदी ने इस वजह से 21 दिन का ही लॉकडाउन किया
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बार-बार इस बात का जिक्र किया है कि जब कोरोना वायरस के विशेषज्ञों से इसकी चेन तोड़ने के बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस वायरस की चेन तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिनों की सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है. इसी वजह से पीएम मोदी ने 21 दिनों के लिए ही देश में संपूर्ण लॉकडाउन किया गया !
चूंकि यह राहत पैकेज देशवासियों को अगले तीन महीनों के लिए दिया जा रहा है जिसे देखकर इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि यह लॉकडाउन 21 दिनों के बाद भी एक्सटेंड किया जा सकता है. वहीं गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के ऐलान के बाद देश के गरीबों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए गरीबों के लिए एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज की घोषणा की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों की मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए कैश ट्रांसफर भी किए जाएंगे. इसके अलावा कोरोना वारियर्स के लिए मेडिकल इंश्योरेंस उपलब्ध कराया जाएगा.
मोदी सरकार ने जनता के खोला खजाना
मनरेगा की मजदूरी को 182 से बढ़ाकर 202 रुपये करने का फैसला लिया है. इससे 5 करोड़ परिवालों को फायदा मिलेगा. गरीब बुजुर्गों को 1 हजार रुपये की मदद दी जाएगी. वित्त मंत्री ने कहा कि उज्जवला स्कीम में 3 महीने तक सिलेंडर फ्री दिया जाने का निर्णय लिया गया है. 3 महीने तक महिला जनधन अकाउंट में 500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. छोटे कारोबार के कर्मचारियों का प्रॉविडेंड फंड सरकार जमा कराएगी. केंद्र सरकार अगले 3 महीने तक ढा जमा कराएगी. ईपीएफ (एढा) में 12 फीसदी + 12 फीसदी रकम सरकार जमा करेगी.
21 दिनों से आगे भी बढ़ सकता है लॉकडाउन
देश में कोरोना महामारी के चलते जब पीएम नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने देशवासियों से दो से तीन सप्ताह का समय मांगा था इसके बाद एक दिन (रविवार) को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था लेकिन जब मंगलवार यानि कि 24 मार्च को जनता को संबोधित कर रहे थे तब अचानक से उन्होंने देश में 21 दिनों तक के लिए संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था. इसके मुताबिक अगले 14 अप्रैल जनता अपने घरों में बंद रहेगी सिर्फ बहुत ही जरूरी कार्यों के लिए लोगों को बाहर निकलना होगा.
पीएम मोदी ने इस वजह से 21 दिन का ही लॉकडाउन किया
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बार-बार इस बात का जिक्र किया है कि जब कोरोना वायरस के विशेषज्ञों से इसकी चेन तोड़ने के बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस वायरस की चेन तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिनों की सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है. इसी वजह से पीएम मोदी ने 21 दिनों के लिए ही देश में संपूर्ण लॉकडाउन किया गया !
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